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Ravana Will Rain Embers From His Eyes In Jodhpur जोधपुर में पूर्व नरेश ने चलाया अग्निबाण, दंभ का दहन:CM की मौजूदगी में आतिशबाजी के साथ मनाया विजयोत्सव

जोधपुर के रावण का चबूतरा मैदान में 62 फीट के रावण के पुतले का दहन किया गया। पूर्व नरेश गज सिंह ने शाम 6.02 बजे अग्निबाण चलाकर रावण दहन किया। इस दौरान सीएम अशोक गहलोत भी मौजूद रहे। आचार संहिता के कारण मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने अग्निबाण नहीं चलाया। पिछले से साल सीएम ने रॉकेट जलाकर रावण के पुतले का दहन किया था।

जोधपुर के पूर्व नरेश गज सिंह ने अग्निबाण चलाकर रावण दहन किया। इस दौरान सीएम गहलोत भी मौजूद थे, लेकिन आचार संहिता के कारण उन्होंने दहन नहीं किया।
जोधपुर के पूर्व नरेश गज सिंह ने अग्निबाण चलाकर रावण दहन किया। इस दौरान सीएम गहलोत भी मौजूद थे, लेकिन आचार संहिता के कारण उन्होंने दहन नहीं किया।
पूर्व नरेश गज सिंह अग्नि बाण (रॉकेट) चलाते हुए।
पूर्व नरेश गज सिंह अग्नि बाण (रॉकेट) चलाते हुए।

जोधपुर नगर निगम उत्तर व दक्षिण की ओर से यह कार्यक्रम हुआ। दशहरा महोत्सव के लिए लोग शाम 4 बजे से रावण का चबूतरा ग्राउंड पर आना शुरू हो गए थे। इस दौरान बड़ी तादाद में विदेश पर्यटक भी मौजूद रहे।

जोधपुर में रावण दहन हुआ।
जोधपुर में रावण दहन हुआ।

रावण की नाभि में अग्निबाण लगते ही हाथ में थमी चकरी घूमी और रावण के मुंह और आंखों से अंगारे बरसे। पहले कुंभकर्ण, मेघनाद सुपर्णखा और पूतना के पुतले जलाए गए, इसके बाद रावण के पुतले का दहन किया गया। दहन के बाद आकर्षक आतिशबाजी भी हुई।

जोधपुर में सात मिनट तक भव्य आतिशबाजी हुई। वहां मौजूद लोगों ने आतिशबाजी का आनंद लिया।
जोधपुर में सात मिनट तक भव्य आतिशबाजी हुई। वहां मौजूद लोगों ने आतिशबाजी का आनंद लिया।
रावण दहन के बाद शाम 6.30 बजे भव्य आतिशबाजी का नजारा।
रावण दहन के बाद शाम 6.30 बजे भव्य आतिशबाजी का नजारा।
रावण के पुतले को धोती, जोधपुरी अचकन और जूतियां पहनाई गई थी। इसके साथ ही मेघनाथ, कुंभकरण सुपर्णखा और ताड़का के पुतलों का भी निर्माण किया गया था।
रावण के पुतले को धोती, जोधपुरी अचकन और जूतियां पहनाई गई थी। इसके साथ ही मेघनाथ, कुंभकरण सुपर्णखा और ताड़का के पुतलों का भी निर्माण किया गया था।

रावण दहन दिन को लेकर होने वाली भीड़ को देखते हुए यहां पर सुरक्षा व्यवस्था पुख्ता की गई। परिसर में बैरिकेडिंग के साथ ही पुलिस जाब्ता भी तैनात किया गया।

मुख्यमंत्री अशोक गहलोत शाम 5.30 बजे के करीब रावण का चबूतरा मैदान पर पहुंचे। उनके साथ पूर्व नरेश गज सिंह भी रहे।
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत शाम 5.30 बजे के करीब रावण का चबूतरा मैदान पर पहुंचे। उनके साथ पूर्व नरेश गज सिंह भी रहे।

रावण दहन से पूर्व आज रामजी की सवारी भीतरी शहर से निकाली गई। ये विभिन्न जगहों से होते हुए रावण का चबूतरा मैदान पहुंची। इसमें भगवान राम दरबार की झांकियां सजाई गई। रामजी के रथ के आगे अखाड़े के शौर्यवीरों ने कला का प्रदर्शन किया।

कार्यक्रम में पूर्व नरेश गज सिंह भी मौजूद रहे।
कार्यक्रम में पूर्व नरेश गज सिंह भी मौजूद रहे।

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